प्रधान महानिदेशक की कलम से

राष्‍ट्रीय सीमा शुल्‍क, अप्रत्‍यक्ष कर एवं नार्कोटिक्‍स अकादमी
पालसमुद्रम


Speaker 1

प्रिय बंधु,

मेरे लिए नासिन, पालसमुद्रम के प्रधान महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभालना सौभाग्य व सम्मान की बात है। मुझे आज यह व्यक्त करते हुए अत्यंत हर्ष एवं आनंद का अनुभव हो रहा है कि मुझे देश के उत्कृष्ट प्रशिक्षण अकादमियों में से एक अकादमी के प्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण करने का अवसर प्राप्त हुआ है, जो वर्तमान में अपने नए परिसर में स्थित है। मैं आशा करता हूँ कि इस अकादमी के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की यात्रा के लिए आप सभी आवश्यक स्वास्थ्य तथा प्रफुल्लित अनुभूति के साथ हमारा सहयोग करेंगे। हमारी अकादमी से जुड़े सभी कार्मिकों का मैं हार्दिक अभिनंदन करता हूँ।


मैं अपने पूर्ववर्ती एवं अन्य अधिकारियों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इस विशाल परिसर के निर्माण तथा रिकॉर्ड समयावधि में इसे क्रियाशील करने में परम भूमिका निभाई है।


इस अकादमी ने ज्ञान, कौशल, व्यावहारिक शिक्षा एवं आत्म-विकास के लिए अनुकूल वातावरण के माध्यम से अप्रत्यक्ष कर के प्रशासन में समर्पित कार्यबल तैयार करते हुए अन्य संस्थानों में स्वयं को प्रतिष्ठित किया है। आइए हम सभी स्वयं को उत्कृष्टता, सहयोग एवं सत्यनिष्ठा के लिए प्रतिबद्ध करें, जो इस अकादमी को नई उचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।


प्रतिस्पर्धा की वर्तमान दुनिया में सामान्य गुणवत्ता का कोई स्थान नहीं है। आज हम अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ एक विश्व स्तरीय प्रशिक्षण परिसर में स्थित हैं। हम गतिशील कर कानूनों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उच्च मानक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए संपूर्णतः समर्पित हैं। हम पाठ्यक्रम को अद्यतित करने के साथ उत्कृष्ट समय-परीक्षणित शैक्षणिक माध्यमों को क्रियाशील करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे, ताकि प्रभावी एवं उपयोगी प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।


मैं आशा करता हूँ कि आप इस अकादमी की सभी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी एवं सहयोग प्रदान करेंगे। मैं अकादमी से संबंधित किसी भी विषय पर सुझावों के लिए तत्पर रहूँगा। निरंतर उन्नति के मार्ग पर चलने में हमें कोई बाधा न हो।


  आइये, हम अपने परिसर को रहने एवं कार्य करने के लिए सर्वोत्तम स्थान बनाएं।


गैगोंग्दिन पेनमै      
प्रधान महानिदेशक